केरल हाईकोर्ट में अपने न्यूडिटी के मामले में जीत हासिल करने वाली एक्टिविस्ट रेहाना फठिमा । यह मामला भारतीय समाज में बड़ी हलचल मचा चुका है और रेहाना फठिमा ने इसके माध्यम से महिला मोर्चा को मजबूती दी है।
रेहाना फठिमा, एक स्वतंत्रता सेनानी और मानवाधिकार एक्टिविस्ट, ने एक लोकप्रिय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो साझा की थी, जिसमें वह न्यूड मोडलिंग करती नजर आईं। इस पर तत्कालीन राज्य सरकार ने उसे विभाजन के लिए भड़काने का आरोप लगाया था। लेकिन रेहाना ने मामले की बाध्यता खारिज करवा दी और केरल हाईकोर्ट में अपनी जीत हासिल की।
केरल हाईकोर्ट ने यह फैसला सुनाते हुए कहा, “न्यूडिटी एक कला और स्वतंत्रता का प्रतीक हो सकती है, और किसी भी समाज में इसका आपूर्ति अधिकार होना चाहिए।” यह फैसला रेहाना के लिए एक महत्वपूर्ण जीत है, जिसने महिलाों के न्यूडिटी के बारे में समाज में जागरूकता फैलाने में मदद की है।
इस मामले में रेहाना फठिमा ने एक बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य किया है और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उनका योगदान अविश्वसनीय है। उनकी वीरता और साहस को सलाम करते हुए, हमें गर्व हो रहा है कि उन्होंने इस मुद्दे पर सामरिक और नैतिक जीत हासिल की है।