लोकसभा चुनाव होने में अभी वक्त है लेकिन इस बीच सियासी गलियारे में ऐसी चर्चा शुरू हो गई है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उत्तर प्रदेश के फूलपुर और मिर्जापुर से लड़ सकते हैं। इसको लेकर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने शनिवार को कहा कि यह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इच्छा पर निर्भर है कि अगला लोकसभा चुनाव वे कहां से लड़ना पसंद करेंगे। यूपी के अलावा कई अन्य राज्यों से भी उन्हें चुनाव लड़ने का ऑफर लगातार मिल रहा है।
ललन सिंह ने नीतीश कुमार के उत्तर प्रदेश के फूलपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की संभावना को भले ही स्वीकार नहीं किया हो लेकिन खारिज भी नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि फूलपुर और मिर्जापुर के पार्टी कार्यकर्ता भी चाहते हैं कि नीतीश कुमार उनके क्षेत्रों से लोकसभा का चुनाव लड़ें।
उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमार कहां से चुनाव लडेंगे, यह उस समय तय होगा। लोगों का उनके प्रति स्नेह है। उन्होंने जो छवि बनाई है और 9 अगस्त के बाद से विपक्षी दलों को एकजुट करने के जिस मुहिम में वे निकले हैं। इसका ही परिणाम है कि लोग जगह जगह से उनके चुनाव लड़ने की मांग कर रहे हैं।
पार्टी का मानना है कि केंद्र का रास्ता यूपी से होकर जाता है। ऐसे में नीतीश कुमार यहां फूलपुर, मिर्जापुर, अंबेडकरनगर या फिर फतेहपुर सीट से चुनाव लड़ें तो उनकी जीत पक्की है। ये सीटें कुर्मी बहुल हैं और जातीय समीकरण के लिहाज से भी उनका इनमें से किसी सीट से मैदान में उतरना मुफीद माना जा रहा है। नीतीश के यूपी से चुनाव मैदान में उतरने से भाजपा के खिलाफ माहौल तैयार होगा और इसका फायदा उनकी अगुवाई वाले संभावित गठबंधन को होगा।
जनता दल (यू) के प्रदेश अध्यक्ष अनूप सिंह पटेल के मुताबिक उन्होंने बीते दिनों पटना में हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में इसका प्रस्ताव रखा था। हालांकि उस प्रस्ताव पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है, पर उम्मीद बरकरार है। प्रदेश के नेताओं का मानना है कि वैसे तो नीतीश कुमार के पास बिहार व अन्य राज्यों में कई सीटों से चुनाव लड़ने का अवसर है लेकिन पार्टी की अपनी मजबूती व सामने वाले को दमखम भरी चुनौती देने के लिहाज से भी यूपी से उनका लड़ना फायदेमंद रहेगा।